प्यार का जुर्माना

  • 10k
  • 1
  • 2k

नकुल कुदरती तौर से घरजमाई बन गया पर नया नौ दिन होता है। नकुल की सास मोतीबाई हिटलर साबित हो रही थी। उसे घर के हाल कहिए या कोई सार्वजनिक ठिकाना पता नहीं चलता। वो सब तो ठीक पति - पत्नी का मिलन आज तक नकुल की मर्जी से नहीं हुआ है। क्या करे वो बिचारा!! जिंदगी का आनंद खतम हो गया। #Author - Ravi Gohel