खामोश अनकहे ख़त

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जिन्दगी बहुत ही उतार चढाव का नाम है। हर एक पल इसमें कुछ ना कुछ नया देखने को मिलता है । कुछ नया आता है जीवन में, और यही सब नए पुराने यादे अनुभव और उम्मीद का ही नाम जिन्दगी है। आज कल हम लोग अपडेटेड हो रहे है, टेक्नोलॉजी ने हमे बांध दिया है । हमेशा फोन,नेट,फेसबुक,व्हात्सप्प पर जुड़े हुए है पर कुछ बाते ऐसी होंती है जो सामने से बताई नही जा सकती और आज कल लोग बताते भी नही। स्वागत है आप सभी का मेरे पत्र श्रृंखला #खामोश_अनकहे_पत्र में जहाँ मैं #अभिषेक_शर्मा लिखता हूँ कुछ ऐसे पत्र जिन्हें लिखे तो गये है पर कभी पोस्ट नही किये गये। कुछ ऐसी बाते जिन्हें कहना तो हर कोई चाहता है पर काह नहीं पाता, कभी कभी हिम्मत नही होती तो कभी शब्द साथ नही देते..... ।। ये ख़त है एक बड़े भाई का उसके छोटे भाई को, उसके जन्मदिन के तोहफे के रूप में.....एक ख़त जिसमें वो सब लिखा है जो बड़ा भाई छोटे को कहना चाहता है पर दुनिया समाज और कई और वजह से कह नही पाता खुद पढ़िए और महसूस कीजिये खामोश अनकहे ख़त को............!