यदि प्रेमी पास हो तो शायद पत्र लिखने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। लेकिन यदि प्रेमी रूठ कर चला गया हो तो, पत्र से बेहतर कोई और तरीका नहीं है अपनी बात कहने का। कलाम वो सब भी बोल देती है, जिसे ज़ुबाँ कभी नहीं बोल पाती।