इंडियन काउंसिल आॅफ ग्रीन बिल्डिंग ने ग्रीन बिल्डिंग को पारिभाषित करते हुए कहा है-पारंपरिक बिल्डिंग की तुलना में ग्रीन बिल्डिंग में कम पानी की खपत,उर्जा का किफायती उपयोग,जल संरक्षण, जल छाजन,सीवेज वाटर ट्रीटमेंट,प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, किफायती उपयोग, न्यूनतम कचरे का निर्माण और कचरा प्रबंधन से परिसर में स्वस्थ माहौल कायम होनेवाली बिल्डिंग को ग्रन बिल्डििंग कहते हैं. हालांकि शुरुआती दौर में इसका कोई विशेष प्रभाव तथा परिणाम देखने को नहीं मिलता. विश्वव्यापी प्रभुत्व वाली यूएस ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल का एक प्रोग्राम लीडरशिप इन इनर्जी एण्ड इंनवायर्नमेंटल डिजाइन के नाम से चलता है. इसके तहत किसी बिल्डिंग की गुणवत्ता के आधार पर सिल्वर,गोल्ड,प्लैटिनम ग्रडिंग सर्टिफिकेशन होता है.