अपनी मां के मुंह से अजय का नाम सुनकर इशानी का मुंह बन गय गया उसे अपने पिछले जन्म की यादें याद आने लगी कि किस तरह जीने से धोखा दिया तो वह भी सीना के साथ मिलकर ईशानी ने मुंह बनाते हुए कहा मां प्लीज उसे अजय का नाम लो आप बोलोतो मैं अजय को छोड़ने के लिए तैयार हूं ।जिस पर सुरेश जी हंसते हुए बोले । अरे आज हमारी ईशानी बेटे को क्या हो गया जिस प्यार के लिए वह हमसे इतना लड़ती है आज उसी को छोड़ने के लिए तैयार हो गयी।नहीं बेटा ऐसा कुछ नहीं है