जंगल - भाग 31

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         (  देश के दुश्मन )                     जंगल के उपन्यास की कड़ी देश के दुश्मन आगे चलते वक़्त आप का धयान निज़ाम पे ले जाता हू। निज़ाम एक बेहद ही हिंदुस्तान को प्यार करने वाला शक्श हैं, जिसकी जिंदगी सिमट चुकी थी, शिमले की सकरी उची नीची गलियों मे, वो पक्का निमाजी था, पर असूल उसके आपने ही थे, उन लोगों को वो खत्म कर देना चाहता था, जो हिंदुस्तान का खा कर सबसे जयादा हराम करते थे। उनमे से उसका चाचा भी था। आखिर उसके रोकने पर भी