नैना कपूर की मौत ने उनके आसपास के सभी लोगों को शक के घेरे में ला दिया था। अर्जुन सिंह के लिए यह केस सिर्फ एक हत्या का मामला नहीं था; यह एक पहेली थी, जिसमें हर टुकड़ा अपने सही स्थान पर रखना जरूरी था।अर्जुन ने नैना के अपार्टमेंट की फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया। रिपोर्ट से यह पता चला कि मौत का समय रात 11:30 बजे था। नैना के शरीर पर कोई और चोट का निशान नहीं था, केवल चाकू का एक वार था। कमरे में मिले फिंगरप्रिंट्स का विश्लेषण जारी था।“जो भी कातिल था, उसने साफ-सफाई में कोई