उनके चेहरे की ये...

सवालो को जरा थामो, जवाबो मे दरारे है सभी कुछ खुदरा सा है छलनी एहसास सारे है ना दिल की धड़कने सुनने की है दरकार किसी को हमारा दिल है तन्हा और तन्हा सब सितारे है सभी का साथ हाथो से है छूटा रेत की तरह हमारे बाग को तो लूट लेती बहारे है नही है रास आता मुस्कुराना खुलकर अब हमे हमारी आँखो को चुभने लगे सारे नजारे है ..!!       ख़ूबसूरत एक ख़्याल लिखती हूँ फिर तेरा हाल चाल लिखती हूँ सब अगर सच ही कह दिया तो फिर, सब कहेंगे बवाल लिखती हूँ तंज़ करती