जादुई पंख

  • 471
  • 153

  गाँव के किनारे बसे एक छोटे से घर में दस साल का अर्जुन अपनी माँ के साथ रहता था। अर्जुन बहुत ही जिज्ञासु और स्वप्निल लड़का था। उसे प्रकृति और पक्षियों से बेहद लगाव था। वह अक्सर सोचता कि पक्षियों को उड़ने की ताकत कैसे मिली होगी? क्या उनके पास कोई जादुई पंख होते हैं? उसकी माँ जब उसे कहानी सुनाती, तो वह कहता, “माँ, एक दिन मैं भी आसमान में उड़ूँगा!” एक दिन, स्कूल से लौटते वक्त अर्जुन को झाड़ियों से एक अजीब सी चमकती रोशनी दिखाई दी। जब वह करीब गया, तो देखा कि एक छोटी चिड़िया