रोमन्थन - एक अथक खानाबदोश की कहानी अबतरणिका जब किसी विषय के बारे में कुछ इयादगार घट्नाय लिखने की इच्छा महसूस होती है, तो मन में सारे घटनाओं को साजाने और सुलझाने में काफी समय बित याते हैं और सोचते हैं कि कहां से शुरू करें। विशेष रूप से, जब विषय एक आत्मकथा हो, जिसके अधिकांश भाग में एक ऐसी मां की कहानी बर्णित है, जिनहोने अवर्णनीय रूप से हमेशा दुखभरि जिन्देगि बितायि, सहनशीला थि, और एक ऐसी मां जो सबका कल्याण चाहती थि, तब हर पल मे टूटने लगती हैं इयादें का धागा। दुनिया में हमेशा ऐसे