कल्पांत सृजन

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प्रथम चरण - विषाद सूर्या घास पर एक चटाई बिछा कर लेटा हुआ था। ये भादवे की उमस भरी गर्मी का मौसम था। बरसात के कारण चारो तरफ हरयाली बहुत ही ज़्यादा थी। उसकी गहरी साँवली त्वचा पर हल्का पसेव आ गया था। जिसके कारण उसकी चमड़ी दमक रही थी। उसके सर के सफ़ेद बाल हवा के हल्के से झोंको से भी झनझना रहे थे। सूर्या एक वीडियो देख रहा था, जिसमे एक पुरुष और महिला युगल कभी के न्यूयार्क शहर को दिखा रहा थे। शहर में कहीं–कहीं पर कोई सड़क या किसी इमारत के चिन्ह दिखाई दे रहे थे।