कॉर्पोरेट जीवन: संघर्ष और समाधान - भाग 7 (अंतिम भाग)

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एक नया दृष्टिकोण यह पुस्तक एक महत्वपूर्ण संदेश के साथ समाप्त होती है कि कॉर्पोरेट जीवन चुनौतियों से भरा हुआ होता है, लेकिन आत्म-विकास, काम और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन, और कर्मचारियों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करके इन चुनौतियों का समाधान पाया जा सकता है। इस पुस्तक के सभी पात्र - अभिषेक, सपना, राहुल, और प्रिया - ने अपने संघर्षों का सामना करते हुए अपने जीवन में बेहतरी की ओर कदम बढ़ाए और उन्होंने यह दिखाया कि सफलता केवल करियर में आगे बढ़ने से नहीं, बल्कि समग्र जीवन में संतुलन और संतोष से प्राप्त होती है। अभिषेक की