दादीमा की कहानियाँ - 3

  *!! संगत का असर !!*~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~*आइंस्टीन के ड्राइवर ने एक बार आइंस्टीन से कहा - "सर, मैंने हर बैठक में आपके द्वारा दिए गए हर भाषण को याद किया है।"**आइंस्टीन हैरान!**उन्होंने कहा- "ठीक है, अगले आयोजक मुझे नहीं जानते। आप मेरे स्थान पर वहां बोलिए और मैं ड्राइवर बनूंगा।**ऐसा ही हुआ, बैठक में अगले दिन ड्राइवर मंच पर चढ़ गया और भाषण देने लगा...**उपस्थित विद्वानों ने जोर-शोर से तालियां बजाईं।**उस समय एक प्रोफेसर ने ड्राइवर से पूछा - "सर, क्या आप उस सापेक्षता की परिभाषा को फिर से समझा सकते हैं?"**असली आइंस्टीन ने देखा बड़ा खतरा!**इस बार वाहन चालक पकड़ा