स्वयंवधू - 26

  • 852
  • 297

उस रात सभी लोग भूखे पेट सोये, लेकिन उनके पास हज़म करने के लिए बहुत सारी चीजें थीं। बम, जो वृषा ने उन पर गिराया। वृषाली भी पहेली को गले लगाकर फर्श पर ही बेसुध सोई थी और फोन उसकी जेब में था। वृषा निराश था कि चीजें उसकी योजना के अनुसार नहीं चल रही थीं और वृषाली के जीवन के साथ अब हर कोई खतरे में था। वह एक गिलास पानी लेने के लिए नीचे गया, क्योंकि महाशक्ति सो गयी थीं और उसने, उसकी निजी सहायक के रूप में अपना काम नहीं किया था। वहाँ उसने जो देखा उससे