-----------------------(18)------------------------ पुलिस क़ी छान बीन, राहुल के घर जयादा, या ऑफिस दिल्ली के कनाट प्लेस एरिया क़ी, Dsp तुषार, और शिमला क़ी पुलिस क़ी एक आवाज़ मे जोर था, वो हल कैसे हुआ ये राहुल ही जानता है।उसकी कार और बच जाने क़ी स्वाबना, वक़्त क़ी खेल, तुषार का बीच यारी का मतलब समझना... जेल से, केस से आपनी ग्रंटी पे रफा दफा करना, मेहरबान हो, मालिक तो सब कुछ अहसान समझ के उतार भी देता है। कभी तुषार को, कभी ऐसी परिस्थिति मे हेल्प क़ी थी, दिल खोल कर,