अपराध ही अपराध - भाग 29

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अध्याय 29 पिछला सारांश  कार्तिका इंडस्ट्रीज के संस्थापक कृष्णा राज के दिए दो असाइनमेंट्स को सफलतापूर्वक पूरा करने पर धनंराजन से बहुत खुश होकर उन्होंने उसकी तारीफ की। कृष्णा राज के हिस्सेदार दामोदरन और उनके लड़का दोनों में मिले असफलता को सहन न कर पाने के कारण बहुत गुस्से में थे। तीसरा असाइनमेंट को किसी तरह से बाधा उत्पन्न करना ही पड़ेगा ऐसा सोचने लगे। ‌ धनंजयन का तीसरा असाइनमेंट के बारे में कृष्णा राज के बोलते समय ही उनके पलंग के नीचे रखे माइक्रोफोन के द्वारा दामोदरन को सब कुछ पता चल गया। दामोदरन के मुस्कुराते समय ही विवेक