गोनुझा की कहानी l

  • 972
  • 324

एक बार मिथिला के राजदरबार में दिल्ली का एक पहलवान आया।वह सात फुट ऊँचा भारी डील-डौल वाला, मजबूत शरीर वाला पहलवान था जिसकी बांहों की मछलियां देखते ही बनती थी।मिथिलानरेश कला के बहुत प्रेमी थे। पहलवान को दरबार में बड़े आदर के साथ लाया गया।महाराज ने उसका स्वागत किया।मिथिला नरेश! पहलवान गर्वीली वाली में बोला - मैं दिल्ली से आया हूँ और मेरा नाम ज्वालासिंह है।दिल्ली में मेरे मुकाबले का कोई भी पहलवान नहीं है। मैं आसपास के राज्यों के सभी पहलवानों को कुश्ती में पछाड़ चुका हूँ और अब मिथिला आया हूँ। मैंने सुना है कि आपके राज्य में