उजाले की ओर –संस्मरण

==================== सब मित्रों को स्नेहिल नमस्कार व रोशनी के पर्व दीपावली की अशेष बधाई व मंगलकामनाएँ। हर वर्ष मंगल उत्सव आते हैं, हम मनाते हैं और फिर अपने में खो जाते हैं। हमारा देश त्योहारों का देश है। एक त्योहार गया और दूसरे की तैयारी शुरू! ज़िंदगी में चाहे कितनी भी उलझनें क्यों न हों लेकिन त्योहार के आने की ख़ुशी में हर इंसान उन उलझनों में से निकलकर अपनी मस्ती में रहना चाहता है। वास्तव में कोई भी त्योहार क्यों न हो, हमें कुछ नई ऊर्जा, नए विचार, नवीन चिंतन देकर जाता है। हमारे प्रत्येक त्योहार के पीछे कोई