सुबह का समय, राणा जिम, सिद्धांत ने यश के मुंह पर अपना हाथ रख कर कुछ कहा और फिर अपना हाथ हटाया तो यश लंबी लंबी सांसें लेने लगा । ये देख कर सिद्धांत ने पानी की बॉटल उसकी ओर बढ़ा दी । यश ने उसकी ओर देखा तो सिद्धांत ने उसे पानी पीने का इशारा किया । यश ने पानी पी लिया तो सिद्धांत ने धीरे से कहा, " ऐसे बर्ताव के लिए सॉरी लेकिन अभी तुम हमारा भांडा फोड़ने वाले थे, इसलिए ऐसा करना पड़ा । " ये सुन कर यश के होठों पर मुस्कान आ गई