बहुत समय पहले, एक छोटे से गांव में राघव नाम का एक लड़का रहता था। राघव होशियार और मेहनती था, लेकिन उसकी एक बड़ी कमजोरी थी – वह हमेशा समय को हल्के में लेता था। उसके माता-पिता और गुरु उसे बार-बार समझाते थे कि समय बहुत कीमती होता है, लेकिन राघव को यह बात समझ में नहीं आती थी। राघव अक्सर स्कूल जाने में देर कर देता था, अपना होमवर्क समय पर नहीं करता था, और खेलते-खेलते अपनी पढ़ाई को भी भूल जाता था। वह सोचता था, "अभी तो बहुत समय है, बाद में कर लूंगा।" इसी आदत के कारण