प्रतिशोध - 9

पहले उमेश फिर होटल मैनेजर और उसके दोस्त।दस दिन तक रात और दिन उसका शरीर नोचते रहे।न चाहते हुए भी वह विवश थी।कुछ नही कर सकती थी।उसे होटल में कैद कर रखा था।और दस दिन बाद वह उन लोगो के चुंगल से बाहर निकल पायी थी।बाहर आकर उसने सोचा था।वह वापस लौटकर मामी के पास नही जा सकती थी।पहले ही मामी उसे नही चाहती थी।औऱ अब तो वह मामी का गहना और रु चुरॉकर भागी थी।फिर किस मुँह से वह वापस लौट सकती थी।मर्दो से उसे नफरत हो गई थी।इतनी नफरत कि उसे आदमी दुश्मन नजर आने लगे।और उसने मर्दो