भविष्य एव वर्तमान का विश्व एव भारत

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अंतरराष्ट्रीय भविष्य----गणित ज्योतिष का आधार है चाहे रावण संघीता हो भृगु संघीता हो भविष्य पुराण हो या बृहद पराशर होरा मुहूर्त चिंतामणी हो या बाराह मिहिर ये सभी ग्रंथ भारतीय परंपरागत ज्योतिष के आधार श्रोत ग्रंथ है।एक ग्रंथ भारतीय ज्योतिषीय प्रारम्परा का दुर्लभ ग्रंथ है जो प्राणी के पूर्व जन्मों का विवरण प्रस्तुत करता है करम दीपाक जो गणतिय सिद्धांतो से कुछ अलग है बहुत स्प्ष्ट है की भविष्य की गणनाओं का आधार ही विशुद्ध गणित ही है जिसका और भी स्प्ष्ट तातपर्य यह है कि ज्योतिष आस्था का का विषय नही है पूर्ण रूप से ज्योतिष एक विज्ञान का