पुस्तक समीक्षा काव्य संग्रह - बातें जो कही नहीं गईं

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पुस्तक समीक्षाकाव्य संग्रह - "बातें जो कही नहीं गईं"                            समीक्षक = सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा (उ.प्र.)     सरल सहज मृदुभाषी कवयित्री मीनाक्षी सिंह की "बातें जो कहीं नहीं गई" यथार्थ बोध कराती रचनाओं का काव्य संग्रह है। ईमानदारी से कहा जाय तो पार्श्व में ढकी छुपी बातें आम जन के बीच लाना भी बड़े हौसले का काम है, जिसे कहने का साहस मीनाक्षी सिंह ने अपने काव्य संग्रह के माध्यम से दिखाया है। अंगिरा सिंह की सोच और कला का परिणाम आकर्षक मुख्यपृष्ठ के रूप में सामने है।समर्पण की