उमेश की बात सुनकर रानी सोच में पड़ गयी।वह उमेश के बारे में कुछ भी नही जानती थी।सिर्फ उतना ही जानती थी।जितना उमेश ने उसे बताया था।उमेश ने उसे साथ चलने का प्रस्ताव दिया था।इसमें कोई शक नही मामा के गुजर जाने के बाद उसकी जिंदगी नरक ही बन गयी थी।मामी ने उसकी हालत नौकरानी से भी ज्यादा बदतर कर के रख दी थी।क्या उसे उमेश के साथ चले जाना चाहिए।या नही।यह उसके लिए विचारणीय प्रश्न थाउमेश उसके लिए अजनबी ही था।क्या जानती थी।उसके बारे में।उमेश दो दिन बाद जाने वाला था।उसे इन दो दिनों में ही निर्णय लेना था।और