बालकनी में-"म्याऊँ!", पहेली बगल में अपने खिलौने चूहे से खेल रही थी।"तो हम लोंगो ने हँसो के जोड़े को चुना।", दिव्या ने कहा,"क्या हो गया वृषाली इतनी गुमसुम क्यों बैठी हो?", साक्षी ने पूछा,हमेशा की तरह वह मुस्कुराते हुए और 'कुछ नहीं' में सिर हिलाते हुए जवाब देने से बचने की कोशिश।दिव्या ने कहा, "वह थकी हुई महसूस कर रही होगी। उसे ठीक होने के लिए आराम की ज़रूरत है।","यहाँ आराम करना चाहती हो? नरम धूप तुम्हें बेहतर महसूस करने में मदद करेगा, बस यहीं आराम करों।", कह दोंनो बालकनी से चले गए।(ऐसा लग रहा है कि दुनिया खत्म होने