प्रतिशोध - 2

उस मर्द के घर पहुंचते ही वह छुई मुई और मितभाषी का चोला उतारकर फेंक देती और वाचाल हो जाती"अरे मैं तुम्हे अपने साथ घर तो ले आया लेकिन तुंमने यह तो बताया ही नही कितने पैसे लोगी?"कभी कोठे पर गए होआदमी उसकी बात सुनकर शरमा जाता तब वह कहती,"कोठे पर मोलभाव करना पड़ता है।कीमत तय हो जाने पर पहले कोठे वाली पैसे ले लेती है तब अपने बदन को छूने देती है।कोठेवाली क्यो कॉल गर्ल भी यही करती है,"वह बोली लेकिन मैं कोठेवाली जैसे या उन कॉलगर्ल की तरह नही करती।""तो तुम क्या करती हो?"वह आदमी उससे पुछता""पहले मेरे