तिलिस्मी कमल - भाग 16

इस भाग को समझने के लिए इसके पहले से प्रकाशित सभी भाग अवश्य पढ़ें ....................पत्थर की दुनिया को धूमकेतू से मुक्त करके राजकुमार तिलिस्म के दूसरे द्वार के अंदर पहुँच गया । जंहा पर ग्यारह चुड़ैलों का राज था । राजकुमार जंहा पर प्रकट हुया था वह जगह एकदम सुनसान थी । दूर दूर तक केवल अंधेरा ही नजर आ रहा था ।राजकुमार ने अपनी जादुई शक्ति से उस जगह पर रोशनी किया । तो उसे अपने सामने एक खंडहर नजर आने लगा । राजकुमार सावधान की मुद्रा में उस खंडहर की ओर बढ़ने लगा ।राजकुमार जैसे जैसे उस खण्डहर