साथिया - 91

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माही ने अबीर और मालिनी की तरफ देखा और फिर से अक्षत की तरफ देखा। "लेकिन मैं आपको कैसे जानती हूं और आप मुझे कैसे जानते हैं? हमारा कोई रिश्ता है क्या आई मीन आपको कैसे जानती हूं मैं..?" माही ने कहा। इससे पहले की अक्षत कोई जवाब देता। अबीर ने  माही के कंधे पर हाथ रखा। "तुमने आज ही तो कहा था ना  ईशान  और शालू के रिश्ते के बारे में तुम्हें पता है। तो शालू और ईशान की सगाई हो चुकी थी  और  फिर  तुम्हारा एक्सीडेंट हो गया और हम लोग यहां चले आए तो उन दोनों की शादी नहीं हो पाई।"