नक़ल या अक्ल - 51

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51 न्याय      रिमझिम की आँखे भी आसुँओ  से तर हो गई, उसने अपने आँसू  पोंछते हुए सवाल किया,   इसका  मतलब मेरी माँ को न्याय  नहीं मिला?   अब इन सब बातों का क्या फायदा, मैं तो हरो रोज़ भगवान से यही प्रार्थना करती हूँ कि मेरी सुजाता  की आत्मा जहाँ  कही भी हो, शांति से रहें I `   मौसी मुझे नहीं लगता माँ को शांति मिली होगी I   नीमवती ने एक गहरी साँस लीं और बोली, “वो तुम्हारी तरक्की देखकर खुश होगी I”  उसने उसके सिर  पर हाथ फेरा  I  उसने भी कातर  नजरों  से