राज घराने की दावत..... - 4

राज घराने की दावत, 4मतकु राम :- "तुम्हें कितनी बार समझाया है कि मेरे काम के बीच में मत बोला करो,,, मत बोला करो,, लेकिन तुम्हारे समझ नहीं आता क्या????? तुम इतना भी नहीं समझ सकती कि मैं इतनी देर क्यों की है,,, ईश्वर ने तुम्हें इतनी बुद्धि नहीं दी है क्या????"वह अपनी पत्नी देवा को डांटे हुए उसको बोलना है " पता है जल्दी जाने से अपमान होता है जजमान समझता है कि हम भुक्कड़ हैं, हम खाने के लिए आए हैं,, हम लोभी लोग हैं,,,, इसलिए चतुर और बुद्धिमान लोग जाने में देरी करते हैं..... ताकि जजमान समझे कि उनके