इस भाग को समझने के लिए इसके पहले से प्रकाशित सभी भाग अवश्य पढ़ें -–--------------–-सुकन्या परी और राजकुमार धरमवीर कालीन में बैठकर परीलोक की ओर चल दिये । राजकुमार धरमवीर सुकन्या परी के गोद मे अपना सिर रख कर सो गया । सुकन्या परी राजकुमार को एक टक देख रही थी ।राजकुमार सुकन्या परी की गोद मे सर रखे कब तक सोता रहा इसका पता ही नही चला । लेकिन जब उसने आंखे खोली तो अंधेरा हो चुका था । राजकुमार की आंख भी अपने आप नही खुली थी । बल्कि सुकन्या परी के जगाने से नींद टूटी थी ।"