शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 11

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"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -११)डॉक्टर शुभम को मरीज युक्ति की हरकतें याद आ जाती है।अब आगे....डॉक्टर शुभम ने अपने दोनों हाथों से युक्ति को पकड़ लिया।युक्ति ने अपने दोनों हाथों से डॉक्टर शुभम को अपने बांहों में ले लिया।युक्ति की इन हरकतों से शुभम शरमा गया।नर्स देख रही है,यह अच्छा नहीं हो रहा।डॉक्टर शुभम युक्ति के बाहों से मुक्त हो गया।युक्ति धीरे से बोली- डॉक्टर, मैं आपको पसंद करने लगी हूँ, आप अच्छे हैं, मैं ठीक हो जाऊँगी!  मेरा साथ मत छोड़ो।'इतना कहकर युक्ति रोने लगी।डॉक्टर शुभम मन में... ऐसे लोगों का इलाज करना कठिन है।