मेरी खट्टी मिट्टी यादे कुछ पल यु गुज़र जाते हैँ जिसे हम जीना चाहते हैं अम्मी कहती हैँ तुम बहुत शरारती थी स्कूल के ना जाने के बहाने तलशाती थी अम्मी के गोद मे सर रख कर अपनी यादो को याद करती हूँ भाई का प्यार ,डांट ,दुलार ,उनका गुस्सा सभी महसूस किया हैँ मैंने मेरे स्कूल के बहानो से परेशान होकर सब कुछ देखा हैँ मैंने बहनो का प्यार अनोखा ,सभी चीज़ो से रूबरू कराना घर घर खेल मे हमेेेशा doctor का रोल को अपनाना अब्बू का कहना ,बेटा मेरा डॉक्टर बनेगा,अपनी टूटी ज़ुबान