इस भाग को समझने के लिए इसके पहले से प्रकाशित भाग अवश्य पढ़ें -----------राजकुमार धरमवीर का घोड़ा बादल सरपट दौड़ता चला जा रहा था । तभी अचानक राजकुमार को एक सुंदर महल नजर आया । राजकुमार ने घोड़े का रुख महल की तरफ कर दिया । क्योकि राजकुमार समझ गया था कि यह महल अवश्य ही जादूगर शक्तिनाथ का है ।घोड़ा जैसे ही महल के करीब पहुंचा , वैसे ही महल के अंदर से कई विचित्र सी शक्ल सूरत के व्यक्ति दौड़ते हुए निकले । उनके हाथों में भाले थे । उन्होंने राजकुमार पर भाले फेंकने शुरू कर दिए ।