अंगद - एक योद्धा। - 8

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जंगली जानवरों से अंगद का सामना पहले भी हो चुका था। जानवरों से उसे भय तो कभी महसूस ना हुआ, जब भी उसका सामना किसी जंगली जानवर से होता तो वह या तो जानवर को डरा कर वहां से भगा देता या खुद होशियारी से जानवर को चकमा देकर वहां से नौ दो ग्यारह हो लेता था।  जानवर को भगा देना, डरा देना या खुद उसे चकमा देकर वहां से चंपत हो लेना अंगद को आनंदित करता था, परंतु यह काम उसे कभी संतुष्ट न करता। उस दिन मानो अंगद का हृदय बरसों से विलुप्त संतुष्टि कहीं से ढूंढ निकालना