रावी की लहरें - भाग 21

  • 912
  • 330

अनोखी चमक   डाक्टर प्रवीण को धर्मपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात हुए लगभग छ: महीने बीत चुके थे। अपनी सेवा भावना और मरीजों के साथ मधुर व्यवहार से उन्होंने गांव के सभी लोगों के दिल में अपनी जगह बना ली थी।  मास्टर रेवती रमण के परिवार के डाक्टर प्रवीण की बड़ी घनिष्ठता हो गई थी। उनके बच्चों को वे अंग्रेजी तथा विज्ञान पढ़ा देते थे। अक्सर प्रवीण को रात का खाना वहीं खाना पड़ता था ।  आज भी वे वहीं खाना खाने के बाद परिवार के लोगों के साथ गपशप कर रहे थे।  बातचीत के बीच मास्टर रेवती रमण