कार्यशैली क्या? उन्होंने दस लाख रुपए लेने से मना कर दिया", मंत्री जी को अपने कानों पर विश्वास नहीं हो रहा था । "हाँ मैं सच कह रहा हूँ मंत्री जी । मैं कल खुद ब्रीफकेस में दस लाख रुपए लेकर डी. एम. साहब के पास गया था। मगर डी.एम. साहब ने ब्रीफकेस को हाथ तक नहीं लगाया।” ठेकेदार आर. पी. चड्ढा बोले । मंत्री जी खामोशी से सारी बातें सुन रहे थे। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि कोई अफसर इतनी बड़ी रकम लेने से कैसे इनकार कर सकता है।" “मंत्री जी कुछ करिए, अगर यह