सावन का फोड़ - 25

  • 922
  • 315

जब तक आग बुझती तब तक कर्मा का घर एव घर का समान स्वाहा हो चुका था डर यह बना हुआ था की कही कर्मा के घर की आग आस पास के घरों में न लग जाए और नई समस्या खड़ी हो जाए। बड़ी मशक्कत कर्मा के पड़ोसी एव मुहल्ले वाले कर आग बुझाने के लिए कर रहे थे कि तब तक सरकारी आग बुझाने वाला दमकल भी आ गया. जागीरा को कोई जानता पहचाना तो था नही  वह एक किनारे खड़ा होकर कर्मा के घर को जलते देख रहा था आग पर पूरी तरह से नियंत्रण होने के बाद कर्मा