41 सच निहाल और नंदन ने उन्हें घूरकर देखा तो वह कोई और नहीं बल्कि अंकुश और अंकुर थें, गुस्से में उबलते हुए दोनों उनके पास गए, उन्हें यूँ अचानक आया हुआ देखकर, अंकुश थोड़ा हैरान हुआ और बोला, “नन्हें तू ? तेरा पैर ठीक है?” “मेरा तो ठीक है पर अब तेरा ज़रूर खऱाब हो जायेगाI” इतना कहते ही नन्हें ने उसका कॉलर पकड़ लिया तो वह घबरा गया I “अरे!! नन्हें यह क्या कर रहा हैI” अब अंकुर भी बोल पड़ा तो उसे नंदन ने घेर लिया, “क्यों रे!! दोस्ती के नाम पर इतनी बड़ा धोखा, मेरा