36 पेपर क्लियर नन्हें थके कदम से सोमेश के पास वापिस आ गया, उसका उतरा हुआ मुँह देखकर नन्हें ने पूछा, भैया, क्या हुआ? किताब नहीं मिली? किताब तो मिल ही जाएगी, पर लगता है कुछ और खो गया है । क्या !! यही तो समझ नहीं आ रहा, । भैया खुलकर बतायें, ऐसे पहेलियाँ नहीं बुझायें। तभी नंदन भी वही आ गया और नन्हें को गंभीर देखते हुए बोला, “कुछ हुआ है क्या?” पता नहीं, यह भैया, क्यों अजीब-अजीब सी बातें कर रहें हैं । अब वह भी नन्हें की तरफ देखने