कुकड़ुकू - भाग 16

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“अरे रघु, मुझे दिखा तो तेरे हजार रूपये।” शिल्पा ने मजाकिया अंदाज मे रघु से कहा और मुस्कुराने लगी। शिल्पा की बात सुनकर बाकी सब भी हंसने लगे। फिर रघु ने शेखर और जानकी के भी पैर छूकर उनका आशीर्वाद ले लिया। “ओए रघु...! मेरे भी पैर छूकर आशीर्वाद ले।” शिल्पा ने रघु ने कहा और मुस्कुराने लगी। “अरे हां.. हां.. बिलकुल, अभी तेरे पैर छूता हूं , तू रूक।” कहते हुए रघु , शिल्पा की तरफ बढ़ने लगा, तो शिल्पा इधर उधर भागने लगी। “अरे रूक ना, कहां भाग रही है ! पैर तो छूने दे।” रघु ने शरारत भरी मुस्कुराहट के