दिग्विजय ने घर के चौकीदार भोला काका को आवाज़ लगाते हुए कहा, "काका, अनन्या जी का सामान तांगे से उतारकर गेस्ट रूम में रखवा दो।" भोला काका ने कहा, "जी साहब, मैं अभी रखवा देता हूँ।" इसके बाद भोला ने अनन्या की ओर देखा और कहा, "अंदर आइए, मैं आपका कमरा दिखा देता हूँ।" तब अनन्या और दिग्विजय दोनों हवेली में अंदर आए। हवेली में अंदर आते ही सबसे पहले अनन्या की मुलाकात यशोधरा से हुई। यशोधरा भी किसी से कम नहीं थी। रईसी उसके भी चेहरे पर विद्यमान थी। उसे देखते ही अनन्या समझ गई कि यह तो दिग्विजय