सावन का फोड़ - 10

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कर्मा जोहरा को अद्याप्रसाद के पारिवारिक परम्पपराओ जीवन शैली रहन सहन एव कोशिकीपुर पुर गांव का इतिहास भूगोल बताती और जोहरा को प्रशिक्षित करती जोहरा में जो भी इस्लामिक संस्कृति कि झलक उसके रहन सहन हाव भाव मे दृष्टिगत होते उसे जोहरा को दूर करने की सलाह देती .करोटि द्वारा कर्मा को दी गयी तीन माह कि अवधि बीतने के बाद कर्मा जोहरा को साथ करोटि के गयी .करोटि बहुत खुश हुआ जोहरा को देख क्योकि जोहरा विल्कुल बदल चुकी थी करोटि को स्प्ष्ट दिख रहा था जैसे जोहरा कोशिकीपुर या आस पास के गांव की ही रहने वाली हो