शुक्ल पक्ष की षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नौमी, दशमी इन तिथियों में स्वप्न देखने से शीघ्र फल की प्राप्ति होती है, स्वप्न सत्य निकलता है। शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी इन तिथियों में स्वप्न देखने से विलम्ब से फल मिलता है। शुक्लपक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी इन तिथियों में स्वप्न देखने से स्वप्न का फल नहीं मिलता स्वप्न मिथ्या होते हैं। पूर्णिमा तिथि के स्वप्न का फल अवश्य मिलता है।कृष्णपक्ष की प्रतिपदा—इस तिथि के स्वप्न का फल नहीं होता। कृष्ण पृक्ष की द्वितीया—इस तिथि के स्वप्न का फल विलम्ब से मिलता है। कृष्ण पक्ष की तृतीया और चतुर्थी तिथियों के