शाम के 9:00 बजेसिंघानिया विला के आगे एक कार अनके रुकी उसके अंदर से रुद्र का असिस्टेंट निकाला और चलकर विला के अंदर आया जैसे ही उसने रूद्र को देखा तो डर गया उसने जल्दी से अपने माथे का पसीना पहुंचा और कहां सर रुद्र जो सोफे पर बैठा उसके एक हाथ में खून निकल रहा था और दूसरे हाथ में सिरगिट थी आंखें बंद कर कर बेठा हुआ था रुद्र अगर काम की बात हो तभी बोलना वरना बोलने की हिम्मत भी मत करना असिस्टेंट ने डर कर कहा सर हमें मैंम के बारे में इनफार्मेशन मिली है जैसे