फुटबॉल खेलने के बाद जब रघु घर पहुंचा, तो उसकी मम्मी ने उसको देखते हुए कहा, “अरे रघु.., तू आ गया! चल जाकर नहा ले, पूरा पसीना पसीना हो गया है।” अपनी मां की बात सुनकर रघु नहा धोकर पढ़ाई करने बैठ गया। थोड़े दिन बाद गांव मे फुटबॉल टूर्नामेंट शुरू होने वाला था। रघु इस बात से खुश था की अब वो भी एक फुटबॉल टीम मे है। उसको लग रहा था की टूर्नामेंट तक वो थोड़ा बहुत फुटबॉल खेलना तो सिख ही जायेगा।शाम होते ही रघु मंगल के घर पर चला गया। दिलीप ने पहले से ही रघु