अगले ही दिन आहुति ने फिर एस टी डी बूथ से पार्वती को फ़ोन लगाया, “हैलो नानी” “हैलो बेटा, क्या हुआ? सब ठीक तो है ना?” “नानी, आज मैं आपको कुछ और बताने वाली हूं।” उसकी नानी ने घबराहट में पूछा, "क्या हुआ, आहुति?" "नानी, मैं अब कहीं नहीं जाऊंगी, किसी हॉस्टल में भी नहीं। मैं अब हमेशा यहीं मेरी मम्मी के साथ रहूंगी, क्योंकि मुझे पता है उन्हें मेरी जरूरत है।" “आहुति पहेलियाँ मत बुझा, बेटा बता दे क्या बात है?” “नानी मैंने पापा को एक और महिला के साथ कई बार देखा है। उनका उसके साथ अफेयर चल