लौट आओ अमारा - भाग 7

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उन परछाइयों ने एक-दूसरे को देखा और उनमें से एक ने कहा "मैं तो वो कहानी नहीं दोहरा पाऊँगी गुड्डो, तुम्हारे बाबूजी ही सुनाएंगे।" दूसरी परछाई ने एक नज़र अमारा पर डाली और कहना शुरू किया "ये तब की बात है जब तुम एक साल की थी। हम खुशी-खुशी अपने परिवार के साथ यहीं पास के गांव में रहते थे। फिर एक दिन अचानक गांव से छोटे बच्चे गायब होने लगे। हम सब दहशत में आ गए थे। हमने पुलिस से भी मदद मांगी लेकिन कोई पता नहीं लगा सका कि बच्चे कैसे गायब हो रहे थे। दो-तीन पुलिसवालों की