तभी दूसरी तरफ से एक औरत की आवाज आती है : क्या तुम मेरी एक बार बात सुनोगी ! तुम्हे कल एयरपोर्ट नही जाना है सीधा मेरे घर आना है । वो विघ्न वार्ष्णेय ने मना कर दिया है तुम्हे एयरपोर्ट से लाने से । तुम कल सुबह ही आ जाना । हम कुछ जरूरी बाते करेंगे यहां।वो औरत इतना ही कहती है और झट से फोन को कट कर देती है ।वही आहुति गुस्से से ; क्या ड्रामा लगा रखा है । दिमाग ही खराब कर दिया है सुबह से ।अब आगे !कुछ देर बाद .....आहुति एक छोटे से