उन्हीं रास्तों से गुज़रते हुए - भाग 25

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भाग 25 मेरे साथ उसके सम्बन्ध अब मधुर नही रहे, अतः मेरे समक्ष प्रस्ताव रखने का प्रश्न ही नही उठता। यदि दीदी का ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव आता भी है तो बच्चे पर मात्र मेरा अधिकार तो नही है? अभय क्यों चाहेगा अपने बच्चां को दीदी को सौंप, कर उनकी इच्छा पूरी करना? वो भी उस दीदी की जिसने अभय के साथ मेरे विवाह को लेकर मुझे मानसिक प्रताड़ना दी है। उम्र का इतनी सीढ़ियाँ चढ़ लेने बाद, दीदी के साथ रिश्तों में इतनी कड़वाहट घुलने के पश्चात्, दीदी के लिए मुझे अब कुछ नही सोचना। वो भी मात्र